Friday, June 26, 2015

भगत की पुकार पर दौड़े आये भगवान

गप्पी -- सदियों से तुम्हारे बारे में ये बात फैलाई गयी है की तुम भगत की पुकार पर दौड़े चले आते हो। इस बात से प्रभावित होकर बहुत से लोग फँस जाते हैं। परन्तु तुम किन भगतों की पुकार पर दौड़ते हो यह न उनकी समझ में आता है और न मेरी समझ में आता है। मैं यहां हजारों लोगों को रोज तुम्हे पुकारते हुए देखता हूँ पर कभी तुम्हे आते हुए नही देखा। और लोग हैं की तुम्हे पुकारते ही रहते हैं। 

                 ऐसा भी नही है की तुम कभी आते ही नही हो। पुराणो में एक कथा है की अजामिल नाम के एक डाकू ने मरते समय अपने लड़के को पुकारा। उसके लड़के का नाम नारायण था। लेकिन तुमने सोचा की वो तुम्हे पुकार रहा है और तुम दौड़े चले आये और उसके लिए स्वर्ग के दरवाजे खोल दिए। मुझे समझ नही आता की तुम चोर डाकुओं की पुकार पर तो तुरंत आ जाते हो और कोई शरीफ आदमी जब तुम्हे पुकारता है तो तुम्हारे कान  पर जूँ भी नही रेंगती। इसी अजामिल वाली कथा से प्रभावित हो कर आसाराम बापू ने भी अपने लड़के का नाम नारायण रख लिया ताकि बाद में स्वर्ग के दरवाजे खुलवाने के काम आये। उसने अपने कर्मों का मिलान भी अजामिल के साथ किया था या नही ये नुझे मालूम नही। 

                इधर हमारी सरकार भी तुम्हारे पद चिन्हो पर चल रही है। जब भी उसकी पार्टी के किसी अजामिल का नाम किसी घोटाले में सामने आता है मदद के लिए दौड़ी चली आती है और बाकि सारा देश चिल्ला चिल्ला कर मर जाता है तो उसकी पलक भी नही झपकती। किसी के खिलाफ कोई दस्तावेज सामने आ जाता है तो कह देती है साइन नही है। साइन सामने आ जाते हैं तो कह देती है की नोटरी नही है। 

               इधर हमारे पड़ौस में एक बूढी अम्मा रहती हैं। पिछले कई दिन से रट लगाये हुए  थी चारधाम की यात्रा पर जाना है। बेटा  बहू समझा रहे थे अम्मा रहने दो रास्ता सही नही है। पिछली बार कितनी जाने चली गयी थी। अम्मा कहती हैं की बेटा अब बची ही कितनी है। अगर भगवान के रास्ते में मौत आती है तो स्वर्ग ही मिलेगा, सो मेरा जाने का प्रबन्ध कर दो। बच्चों ने मन मार कर भेज दिया। पहाड़ पर चढ़ते ही बाढ़ में फँस गयी। सैंकड़ों लोग फंसे हुए हैं। लेकिन अम्मा है की रो रोकर बुरा हाल है। हाय अभी तक तो मैंने एक भी पोते की शादी नही देखी। सेना के जवान हेलीकॉप्टर से लोगों को निकाल रहे हैं। अम्मा धक्के मार मार कर सबसे आगे आ रही है। एक नौजवान ने एतराज किया तो बोली तुम्हारा क्या है तुम तो जवान हो। वो जवान इस तरह कह रही थी जैसे कह रही हो उठाईगिरे हो। अब अम्मा की आँखे आसमान पर लगी हैं।  न न न , ज्यादा खुश मत होओ वो आसमान पर तुम्हारा नही हेलीकॉप्टर का इंतजार कर रही है। उसे अब रेस्क्यू टीम पर तुम्हारे से ज्यादा भरोसा है। ये तुम्हारे लिए बुरी खबर है की लोगों का भरोसा आहिस्ता आहिस्ता तुम्हारे से उठ रहा है। 

               एक आदमी ने मुझसे कहा की तुम बेकार की बात कर रहे हो। भगवान अपने सच्चे भगतों की पुकार जरूर सुनते हैं। अभी खबर आई है की ISIS ने 18 लोगों की हत्या इस लिए कर दी की उन्होंने रमजान के दौरान खाना खा लिया था यानि रोजा नही रक्खा था। इन 18 लोगों में दो बच्चे भी थे जिन्हे तुम्हारे इन भगतों ने फांसी दे दी। मेरा अनुमान है की उन्होंने तुम्हे जरूर पुकारा होगा। आवाज शायद साफ न हो क्योंकि गले में रस्सी लिपटी हुई थी। लेकिन पुकारा तो होगा। लेकिन तुम नही आये। क्या तुम मानते हो की उनकी पुकार सच्चे दिल से नही थी। या फिर मारने वाले बड़े भगत थे। 

                     मैं तुमसे ये विनती नही कर रहा की गरीबों और मजलूमों की पुकार पर तुम जरूर आओ। मुझे मालूम है तुम नही आओगे। मैं तो केवल ये कह रहा हूँ की इन अजामीलों की आवाज पर उन्हें बचाने भी मत आओ। कहीं ऐसा ना हो लोगों की समझ में ये आ जाये की अजामिल, सरकार और तुम, तीनो से एक साथ निपटना पड़ेगा। 

खबरी -- गरीब आदमी को अब भगवान के सहारे से बाहर निकलना होगा। अपने रास्ते निकालने होंगे।

 

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