Monday, January 22, 2018

देश का भविष्य और गौशाला

कलैक्टर साहब, आपने हमारी स्कूल खोलने के आवेदन को रद्द कर दिया ? भला क्यों ? -- आगंतुक ने ऑफिस में घुसते ही प्रश्न किया।
क्योंकि वो जमीन सरकार की है , और वहां बाजू में आपने जो गौशाला खोली हुई है वो जमीन भी सरकार की है। कलैक्टर ने जवाब दिया।
जमीन सरकार की नहीं राष्ट्र की है। सरकार तो केवल देखभाल करती है। और गाय राष्ट्र माता है। सो अगर  राष्ट्र की माता राष्ट्र की जमीन पर नहीं रहेगी तो कहां रहेगी ? और जहां तक स्कूल की बात है तो बच्चे भी राष्ट्र का भविष्य हैं इसलिए राष्ट्र की जमीन पर स्कूल खोलना हमारा हक है। आगन्तुक ने जवाब दिया।
लेकिन आपको गौशाला के बाजू में ही स्कूल क्यों खोलना है ? कलैक्टर ने पूछा।
क्योंकि अगर स्कूल गौशाला के बाजू में रहेगा तो गाय के गौबर को बच्चों के दिमाग में लीपने में आसानी रहेगी। हम नहीं चाहते की आने वाली पीढ़ियाँ भी आपकी तरह बेहूदा सवाल पूछें।
और कलैक्टर ने देश के भविष्य का ख्याल करते हुए इजाजत दे दी।


No comments:

Post a Comment

Note: Only a member of this blog may post a comment.